Sunday, November 29, 2020

जिगनहट से महादेवा रोड की स्थिति दयनीय है जिसको लेकर क्षेत्रीय भाजपा नेता -जितेंद्र उरमलिया जित्तू ने प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश बताई हैं ।

जिगनहट से महादेवा रोड की स्थिति दयनीय प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश -जितेंद्र उरमलिया जित्तू
               पोंडी पतौरा व अटरा क्षेत्र से जिला मुख्यालय से सैकड़ो गावो को जोड़ने वाली महादेवा जिगनहट रोड 5 किलोमीटर सड़क कई वर्षों से पूरी तरह से जर्जर की हालत में है सड़क पर जगह-जगह गड्ढे होने की वजह से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों का पैदल यात्रा करना भी दुभर हो चुका है। सड़क में गड्ढे इस हैं कि यह पता ही नहीं चलता कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। इसके कारण लोगों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन इन गड्ढों की वजह से कोई न कोई वाहन चालक अनियंत्रित होकर चोटिल होते रहते है। 5 किलोमीटर सफर करने में लोगो को कई घण्टे लग रहे है सबसे बड़ी बात क्षेत्र का यह सबसे ज्यादा चलने वाला मार्ग है नागौद और ऊँचेहरा के मध्य जितने भी गाव है उनका इसी मार्ग से आवागमन है सैकड़ो छात्र छात्राएं सहित आमजन व जनप्रतिनिधियो का भी इसी मार्ग से अबागमन है। क्षेत्र के लोगों ने जर्जर सड़क को बनवाने के लिए लोक निर्माण विभाग, जिला प्रशासन को दर्जनों बार शिकायतें की, लेकिन अब तक इस जर्जर सड़क की किसी ने कोई सुध नहीं ली है। क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता जीतेन्द्र उरमलिया जित्तू ने सीधे सीधे प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि अगर  चौड़ीकरण करते हुए जल्द ही इस मार्ग का निर्माण नहीं किया जाता है विभाग के उदासीन रवैये को लेकर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा व  मुख्यमंत्री तक विभाग की शिकायत करने की बात कही है।

Friday, November 27, 2020

दिक्कत : 4 साल पहले टूटे पुल का निर्माण नही किया और बनने लगी सड़कें

दिक्कत : 4 साल पहले टूटे पुल का निर्माण नही किया और बनने लगी सड़कें

✍अनुपम दाहिया

नागौद ऊँचेहरा होकर मैहर पहुच मार्ग पर ऊँचेहरा शहर के पहले हत्था बाबा से मैहर बायपास मार्ग के निर्माण का कार्य निर्माण कार्य बनकर तैयार हो चुका था इसी मार्ग में दो बड़े नाले थे जिनमें पुलों का निर्माण किया गया था । लेकिन 2016 में हुई जबरजस्त तेज बारिश के बहाव में टूटकर एक पुल बह गया थीं जिसके बाद से इस मार्ग का यातायात पूरी तरह से प्रभावित है पर अब4 वर्ष गुजरने के बाद आज भी उसी स्थिति में है विडम्बना यह है कि पुल टूटे इतने साल हो गए परंतु अभी तक नए पुल के निर्माण की पहल नहीं की जा सकी है।
जबकि अब पुलिया के आसपास सड़कों के निर्माण का कार्य पूनः शुरू किया गया है पर पुलिया को नही बनाया जा रहा है लोगो की मांग है कि पहले पुलिया के निर्माण कराया जाए क्योंकि बिना पुलिया को बनाये सड़क को बनाकर छोड़ने का कोई औचित्य नही है पुलिया न बनने से दिन रात भारी वाहन शहर के अंदर से गुजर रहे हैं ।जिसके चलते शहरवासियों को हादसे का डर बना रहता है । बताया गया कि स्थानीय समाजसेवियों व नागरिकों के द्वारा नए पुल के निर्माण के लिए कई बार मांग किया जा चुका है। परंतु संबंधित विभाग अभी तक पुलिया के निर्माण के लिए कोई ठोस पहल करता नजर नहीं आ रहा है इस कारण हजारों लोग प्रतिदिन हलाकान हो रहे हैं।