Wednesday, November 20, 2019

रीवा नगर का गौरव व्यंकट भवन


रीवा नगर का गौरव व्यंकट भवन

 प्राचीन रीवा रियासत जिसकी गिनती भारत की प्रमुख रियासतों में की जाती है। पूर्व काल में यहाँ के राजाओं द्वारा कई प्रसिद्ध इमारतों का निर्माण कराया गया। वेंकट भवन भी इन्ही इमारतों में से एक है, जिसका निर्माण 32वें महाराजा श्री व्यंकट रमण सिंह जूदेव द्वारा सन 1908 में करवाया गया था।  उन्हीं के नाम पर इस इमारत का नाम " वेंकट भवन"  पड़ा। शहर के बीचो- बीच स्थित यह भवन, चारो ओर छ्तरियों से घिरा हुआ हाॅल तथा शाही सुरंग के लिए प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि भवन के उपरी मंजिल में स्थित यह गोलाकार हाॅल शाही सम्मेलनों तथा राजकीय कार्यक्रमों के लिए बनाया गया था। इस हाल के चारो दिशाओं मे चार कक्ष हैं। वहीं  महल के निचले भाग मे सुरंग बनाई गयी थी। बताया जाता है की इसे आक्रमणकारियों के डर से बनाया गया था। अमूमन प्राचीन सुरंगे संकरी हुआ करती थी, पर इसकी खास बात यह है कि यह लगभग 12 फीट ऊँची तथा उतनी ही चौड़ी भी है। यह सुरंग आगे चल कर दो दिशाओं में बट जाती है। जिसमें एक दिशा बावड़ी की ओर जाती है, जहाँ एक गोलाकार स्नानागार हुआ करता था। वहीं दूसरी दिशा अमरा कोठी की तरफ जाती है, जो आज प्रशासनिक इमारत में तब्दील हो चुकी है। 


वर्तमान में इस भवन में मध्यप्रदेश शाशन द्वारा संग्रहालय संचालित किया जा रहा है जिसमे संग्रहीत पुरावशेषो में पाषाण प्रतिमाऐं, सिक्के, , काष्ठ सामग्री, पेंटिग आदि का संग्रह के साथ साथ  पुरावशेष प्रतिमाओ का संग्रह है जिसमे अधिकतर ,10 वीं और 11वीं शती ई. के है।

📝अनुपम दाहिया




नागौद ऊँचेहरा सड़क के उड़े परखच्चे । आए दिन हो रहे हादसे


नागौद ऊँचेहरा  सड़क के उड़े परखच्चे । आए दिन हो रहे हादसे
नागौद से ऊँचेहरा मार्ग के बीच सतना से श्यामनगर जा रही बस कुलगढ़ी ढावा के पास एक मोटरसाइकिल सवार को टक्कर मारकर पलट गई  ,इस हादसे में लगभग 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए नागौद अस्पताल में भर्ती किया गया । मिली जानकारी के अनुसार शुबह गौतम ट्रेवल्स की बस क्रमांक एम पी 19 पी 0233 सतना से सवारी लेकर श्यामनगर जा रही थी तभी कुलगढ़ी के पास मोटरसाइकल क्रमांक एमपी 19 एमडी 8366 में मानिकपुर गाव के अंगद यादव और छोटा यादव अचानक सामने आ गए  और बचाने के चक्कर मे बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई । चीख पुकार सुन आसपास के लोग एकत्रित होकर  बस से घायलों को निकाल वाहन से नागौद अस्पताल भिजवाया इस बीच सूचना पर पोंडी उपथाना व नागौद थाना पुलिस भी पहुच गई गनीमत रही कि कोई भी जनहानि नही हुई । पुलिस ने गम्भीर घायल मोटरसाइकल सवार के परिजन रामदुलारे यादव की शिकायत पर बस चालक के खिलाफ मुकदमा पंजीबद्ध कर लिया है ।  

कई वर्षों से इस सड़क मार्ग के उड़े है परखच्चे

इस मार्ग के डेंजर रोड और गड्‌ढे हर दिन किसी न किसी को अपनी चपेट में ले रहे हैं।बताया गया कि यह मार्ग ऊँचेहरा से नागौद तक का मार्ग काफी लंबे समय से जर्जर हालत में है। जिसके  चलते वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क में गहरे बड़े गड्ढे में  फंसकर आए दिन कोई न कोई वाहन दुर्घटना ग्रस्त होता रहता है। इस जर्जर मार्ग पर कई बार बड़ी दुर्घटनाऐं होने के बावजूद अभी प्रशासन द्वारा उक्त मार्ग का निर्माण न कराए जाने से इस मार्ग के आसपास गांव के लोगों में काफी रोष व्याप्त है। यहां इसी मार्ग पर श्यामनगर का पुल और करारी नदी पर रपटों की हालत बदतर हो चुकी है अगर यहां भारी वाहन निकलते है तो दबाव से झूले की तरह हिलने लगती  है। वाहन चालकों को इसका हिलना महसूस भी होता। अभी विगत माह करारी नदी के रपटे के निर्माण के लिए ग्रामीणों ने ज्वलन्त परिवार अनशन पर बैठा था  और भोपाल पहुचकर प्रभारी मंत्री से मिलकर निर्णन की मांग भी कर चुके है  जिस पर उन्होंने अस्वाशन दिया था। 

आखिर कब जागेगा प्रसाशन 🔔

इसके साथ ही इस मार्ग को बनवाए जाने के लिए प्रशासन से कई बार मांग की है। परंतु अभी तक नतीजा सिफर ही रहा है। कोई कदम उठा रहा है जिसके चलते ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है।  वही मजे की बात तो यह है कि इस सड़क से जिला मुख्यालय के कई अहम कार्यालय का पहुच मार्ग है ।  जहां इस मार्ग से हर रोज अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां हिचकोले खाकर गुजरती हैं। बावजूद इस दिशा में किसी ने ठोस पहल नहीं की। जब कि स्थानीय  विधायक का  ग्रह ग्राम  भी इसी मार्ग में है। इसी सड़क होकर विधायक अपने गांव आते-जाते हैं।


 आंदोलन के लिए बाध्य होंगे ग्रामीणजन

करीब 3 वर्ष से अधिक समय बीत चुका है लेकिन अभी ना तो रोड बनी और ना ही  पुलो का निर्माण हुआ है इस सड़क मार्ग को दुरस्त कराने ग्रामीणों ने एक बार पुनः प्रशासन से मांग की है कि उक्त मार्ग को अतिशीघ्र दुरूस्त कराया जाए। अन्यथा की स्थिति में ग्रामीणा सड़क पर उतरकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

एक नजर इस मार्ग के हादसों पर
 वर्ष भर के अंदर यहां कई बड़ी घटनाएं हो चुकी यहां कुलगढ़ी के पास एक महिला की मौत व एक बोलेरो वाहन के पुल के नीचे गिरने से  दर्जनों लोग गम्भीर घायल हो चुके है व इसके अलावा श्यामनगर रपटे में और करारी रपटे अलग अलग समय में 4 ट्रक पलट चुके है व अतर्वेदिया के पास भी मोटरसाइकल गम्भीर घायल हो चुका है इसके साथ ही 0पतवार के पास छोटा हांथी गिरने से ड्राइवर के हांथ पैर टूट चुका है व बिहटा के आगे हत्था बाबा के पास एक स्कूली बस भी पलट चुकी है कुल मिलाकर हर दिन यहां हादसे हो रहे हैं ।





कुएं में गिरे जंगली सुअर रेस्क्यू कर वन अमला ने सुरक्षित निकाला

कुएं में गिरे जंगली सुअर रेस्क्यू कर वन अमला ने सुरक्षित निकाला
सतना  वन मंडल के वन परिक्षेत्र ऊँचेहरा अंतर्गत गोवराव खुर्द गाव के छोटा टोला में परसमनिया के जंगल से भटकटे हुए एक जंगली सुअर प्रवेश किया और ग्रामीण गाव के ही लालेंद्र सिंह के खेत मे बने कुएं में जा गिरा । 

शुबह ग्रामीणों की सूचना पर दीपक राज प्रजापति दल बल के साथ रेस्क्यू कर उसे निकालने पहुच गए। जहाँ कई घण्टे जद्दोजहद करने के बाद सुरक्षित बाहर निकाला जैसे ही उसे निकाल कर बाहर रखा गया तो वह रस्सी से आजाद होते हुए जंगल की ओर भाग गया। 
बताया गया कि इस समय क्षेत्र में धान की फसल खाने जंगली सुअर गाव में प्रवेस कर रहे हैं ।
वही सुरक्षित सुअर को बाहर निकालने में परिक्षेत्राअधिकारी राज प्रजापति सहित आरके वर्मा,बीट गार्ड अजय भदौरिया,सहादत हुसैन,महेश प्रजापति,अशोक पांडेय, का सहयोग रहा ।


समारोह पूर्वक मनाया गया बाल दिवस

समारोह पूर्वक मनाया गया बाल दिवस
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू की जन्मतिथि पर ऊँचेहरा जनपद क्षेत्र के बाल शिक्षा केन्द्र धनेह आंगनवाड़ी केंद्र 2 मे समारोह पूर्वक मनाया गया बाल दिवस इस दौरान बच्चों को चाचा नेहरू की जीवन के बारे में विस्तार से बताया गया साथ ही चित्रकला पोस्टर,क्विज,खोखो,बालरंग मेला सहित बिभिन्न गतिविधियां प्रतियोगिताओ में बच्चो ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।
 इन विविध प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चो को पुरस्कृत भी किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सरिता दहायत,सुरेखा कुसवाहा,रमा तिवारी, ऊषा, मनीषा मिश्रा सहित समाजसेवी एडवोकेट उपेन्द्र पांडेय ,महेंद्र सिंह बघेल जनपद सदस्य,व सरपँच भराहटा रामभुवन शर्मा ,सहित धीरेंद्र पांडेय,उपेन्द्र मिश्रा सहित बच्चो के परिजन उपस्थित रहे


कमर तक पानी में घुसकर करते है नाला पार


कमर तक पानी में घुसकर करते है नाला पार

@📝 अनुपम दाहिया

साढ़े छः सौ की आबादी हर वर्ष बारिश के सीजन में गाव में ही कैद होने मजबूर हो जाते हैं।

शासन भले ही लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध  कराने की बात कह रहा है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और बयाकरती यहां हकीकत कुछ और ही है। कई गांवों में सड़क का अभाव है तो कही गांवों में पहुचने पुल-पुलिया का भी अभाव बना हुआ है। ऊँचेहरा विकाशखण्ड के कई गांवों में अभी तक विकास के नाम पर  पुलिया और ग्रामीणों के चलने लायक सड़क तक नहीं मिल सकी है
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            जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर स्थित ऊँचेहरा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत भर्री के चकहटा, पोखरा, व कोटवरान बस्ती के लगभग साढ़े छः सौ की आबादी हर वर्ष बारिश के सीजन में गाव में ही कैद होने मजबूर हो जाते हैं। दरअसल गाव पहुचने के पहले कच्चा मार्ग होते लगभग 100 मीटर एक बड़ा सा नाला पड़ता है और वहां दशकों से पुलिया का निर्माण न होने के कारण एक मात्र नाला ही आवागमन का मुख्य जरिया बना हुआ है आए दिन यहां अनहोनी को दावत दी जा रही है। घुटने भर पानी में घुसकर बच्चे,महिलाएं और पुरुष आवागवन करने विवश हैं। और उनकी परेशानी बारिश के मौसम में और बढ़कर बदतर हो जाती है कुछ देर की बारिश में नाला उफान पर आ जाता है। और ऐसी स्थिति में  स्कूली बच्चों ग्रामीणों व मरीज व सामान ले जाने आदि के लिए कई बार जिंदगी दांव पर लगाने पड़ते हैं नाले में पानी बढ़ते ही बड़ी नदी का रूप ले लेती है दूसरी जगहों पर जाने का संपर्क टूट जाता है। जान जोखिम में हमेशा बनी रहती है। कई बार लोग तालाब में डूबते हुए बचे हैं। इन गावो में आने वाले रिस्तेदार भी किसी के घर मे वाहनों को खड़ा करके नाले से पैदल गाव पहुचते है बारिश में अधिक पानी होने के कारण अधिकांश दिनों में लोगों का आना-जाना बंद ही रहता है। 

जन को नहीं मिला आशीर्वाद
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यहां के ग्रामीण दशकों से कलेक्टर व स्थानीय विधायक प्रशासन जनप्रतिनिधियों से मांग करते आ रहे है पर किसी का भी ध्यान इस ओर आकर्षित नही हो रहा है गाव के  ग्रामीणों ने बताया कि पुलिया और  एक किलोमीटर सड़क बनाने के लिए 2009 में तत्कालीन लोकनिर्माण मंत्री रहे नागेंद्र सिंह द्वारा स्वीकृति की बात कहि गई थी पर उसके बाद से किसी भी तरह का ध्यान नही दिया गया और अब पंचायत द्वारा भी इसको नही बनाया जा सकता है  इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन भी बेअसर साबित हो रही है  कई मर्तबा  शिकायत कर चुके है विगत वर्ष प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में जनआशीर्वाद यात्रा निकाली गई थी इस दौरान नागौद से मैहर के लिए यात्रा निकाली थी तब इसी मार्ग पर अटरा गाव के पास ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को पुलिया के लिए लिखित आवेदन देकर अवगत कराया था जिस पर जल्दी बनवाने का आश्वासन मिला था इसके बावजूद आज तक कुछ नहीं हो पाया है। स्थिति जस की तस बनी हुई है  । जिम्मेदारों ने कभी इनकी पीड़ा को समझा ही नहीं।अब पानी में घुसकर पहुंचना इनकी नियति बन गई है और अभ्यस्त भी हो चुके हैं।

Saturday, November 16, 2019

मानिकपुर की तलवारबाज बेटी ने विंध्य को किया गौरवान्वित

मानिकपुर की तलवारबाज बेटी ने  विंध्य को किया गौरवान्वित


ऊँचेहरा।
ऊँचेहरा जनपद क्षेत्र के मानिकपुर गाँव की तलवारबाज बेटी तान्या सिंह राठौर का चयन राष्ट्रीय 21 नबम्बर से 23 नबम्बर तक चंडीगढ़ में होने वालीतलवारबाजी प्रतियोगिता के लिए किया हुआ है। तान्या कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल धवारी में  कक्षा 12 की छात्र है । उनके पिता  कृष्णपाल सिंह ने बताया की उन्हें बचपन से ही खेलकूद में खासी दिलचस्पी थी बहुत ही कम उम्र से ही उन्होंने तलवारबाजी के अत्यधिक जौहर सीख लिए थे जिस कारण परिवार वालों ने उन्हें आगे बढ़ाने का सोचा उन्होंने कहा कि इस सफलता में उनकी मां शकुंतला सिंह का विशेष योगदान है.
राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने में लालमन सिंह दादा जी ,कोच बीएस धुर्वे,स्टेट कोच विपिन सिंह, व स्कूल के प्रधानाध्यापक शुभाष मिश्रा,सहित शिवपाल सिंह राठौर, पुष्पेंद्र सिंह राठौर, शिवेंद्र दाहिया, विद्याधर दुबे अनुपम दाहिया,प्रदीप जायसवाल, सचिन दाहिया, एवं समस्त मित्रो सहित ग्रामवासी आदि ने शुभकामनाएं दी हैं। इस खबर से पूरा जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है साथ ही लोगों को पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में वे अंतर्राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में भी शामिल होंगी ।

Sunday, November 3, 2019

उचेहरा वन परिक्षेत्र के गढौत में ग्रीन इंडिया के तहत दो दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

अनुपम दाहिया

उचेहरा वन परिक्षेत्र के गढौत में ग्रीन इंडिया के तहत दो दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल से आये अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ कि मंत्रणा
 
        सतना । जिले के उचेहरा वन परिक्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र  परसमनिया पठार के गढौत में ग्रीन इंडिया मिशन के अंतर्गत आजीविका और वन विकास की साझा रणनीति विकसित करने के उद्देश्य से उचेहरा रेंज के गढ़ौत गांव में आयोजित दो दिनी कार्यशाला का रविवार को समापन हो गया ।  8 सत्रों में आयोजित वर्कशॉप के बाद यह अवधारणा निकलकर सामने आई कि आज के दौर में जनोन्मुखी वन प्रबंधन की सख्त जरूरत है ।बरूआ नदी पुर्नजीवन अभियान से जोड़कर उक्त अवधारणा को साकार करने के लिए वन विभाग द्वारा माइक्रोप्लान बनाने का काम शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा । 
        रविवार को कार्यशाला के दूसरे अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंधन चितरंजन त्यागी ने समुदायो के आजीविका पर केंद्रित वनों का विकास बांस ,महुआ, सागौन यूकोलिप्टस के महत्व व लेंटाना से कुर्सी टेबिल बनाने के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने कहा कि अगर आदिवासी वैज्ञानिक पद्धति से कार्य करेगा अन्य कही जाने की आवश्यकता नही होगी व पलायन रुकेगा। 
          सेवानिवृत वनाधिकारी यमुना जिए अभियान के सयोजक  श्री मनोज मिश्रा,  ने विभिन्न गावो से आये लोगो से चर्चा करते हुए गावो से जुड़ी हुई नदिया व उनके सहायक नदियों नालों पर के उत्थान पर विचार विमर्श किया 
          उन्होंने कहा कि मनुष्य उन्ही गावो में बसा जहाँ नदिया व नाले गावो के आसपास जुड़े हुए है 
इसलिए वनक्षेत्र बढ़ाने के साथ वनोपज से आय बढ़ाने के लिए भी काम करने की आवश्यकता है
        इस दौरान पद्मश्री बाबूलाल दाहिया ने कहा की अगरबत्ती सेंटर व अन्य वनोपज से आदिवासी को अच्छा लाभ के साथ उनकी आजीविका का सुदृढ़ीकरण होगा साथ ही उन्होंने परम्परागत खेती मोटे अनाज के लाभ व रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव को विस्तार से बताते हुए कहा कि जिस तरह परम्परागत खेती ,मोटे अनाजो को छोड़कर रासायनिक पद्धति की तरह लोगो का आकर्षन बढ़ा है उसी का परिणाम है कि परसमनिया व अन्य क्षेत्र में कुपोषण का का दायरा बढ़ता जा रहा है 
अगरबत्ती केन्द्र का हुआ लोकार्पण
ऊँचेहरा वन परिक्षेत्र के अतर्वेदिया खुर्द नई बस्ती में आदिवासियों के रोजगार के साधन के लिए 22 लाख की लागत से बनाए गए अगरबत्ती केन्द्र का लोकार्पण पद्मश्री बाबूलाल दाहिया के हाथो हुआ । रेंजर दीपकराज प्रजापति ने बताया कि अगरबत्ती केंद्र में अभी पांच ऑटोमैटिक मशीन व छः पैडल मशीन रखी गई जिसमें अभी यहां के लोगो को प्रशिक्षित करने परसमनिया गढौत से मास्टर ट्रेनर आएगी व भविष्य में यहां बृहद रूप में मशरूम के उत्पादन कराने की भी योजना है । 
किसी तीर्थ से कम नही है एक साथ धान की 200 किस्मो की खेती
पद्मश्री बाबूलाल दाहिया के खेत में उगाई जा रही 200 प्रकार की दुर्लभ परम्परागत किस्मो का भृमण करने पहुचे श्री मनोज मिश्रा, सेवानिवृत वनाधिकारी व यमुना जिए अभियान के सयोजक,सहित अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंधन चितरंजन त्यागी व सहभागी नियोजन एवं क्षमता वृद्वि विशेषज श्याम बोहरे ने एक साथ इतनी ज्यादा किस्मो को देख अचंभित रह गए उन्होंने कहा कि यह किसी तीर्थ स्थल से कम नही है 

ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजीव मिश्रा वन मंडलाधिकारी सतना ,श्याम बोहरे सहभागी नियोजन एवं क्षमता वृद्वि विशेषज्ञ,आरबी शर्मा सेवा निवृत्त डीएफओ ,धीरेन्द्र प्रताप सिंह एसडीओ सतना,एसके शर्मा एसडीओ मैहर , दीपक राज प्रजापति रेंजर ऊँचेहरा ,समाजसेवी अंगिरा मिश्रा,ददोली पांडेय,रामराज कुशवाहा,सुरेंद्र दाहिया ,वैद्य रामलोटन कुशवाहा,व बीट गार्ड,कमलाकांत पांडेय, संजीव शुक्ला, रोहणी तिवारी, रविशंकर कोल,ग्रीश पांडेय सहित  स्थानीय स्तर पर वनसमितियो व स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य,ग्रामीण महिलाएं व पुरुष उपस्थित रहे  ।