Thursday, December 19, 2019

दुनिया की अनोखी बीमारी जिंदगी और मौत से जूझ रही बच्ची मदद की दरकार

दुनिया की अनोखी बीमारी  जिंदगी और मौत से जूझ रही बच्ची मदद की दरकार
ऊपर फोटो में दिख रही है यह 10 साल की बच्ची चाहत खान है जो जिंदगी और मौत से जूझ रही है।  इसे एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो मानव इतिहास में अब तक इक्का-दुक्का लोगों में ही देखने को मिली है। ताज्जुब की बात तो यह है की बच्ची बाहर से भले ही सही सलामत नजर आ रही है लेकिन भीतर से इसका शरीर पूरी तरह से खोखला हो चुका है व मवाद भरा है ।  इसके शरीर में घुसा है मांस खाने वाला एक बिचित्र प्रकार का कीड़ा जो शरीर को खोखला कर चुका है व अब हड्डियों को चबा रहा है ।

परिवार की स्थिति दयनीय मदद की दरकार

गरीबी के चलते बच्ची का इलाज नहीं हो पा रहा है । क्योकि बच्ची के परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय है । तीन बहनों में सबसे बड़ी चाहत है । सतना नगर स्थित  जवाहर नगर में किराए के मकान में रहकर चाहत की मां घरों में चूल्हा चौका बर्तन धोने आदि का काम करती है एवं पिता अकील खान मजदूरी करता है । 


इस बिचित्र बीमारी का पहला मरीज अमेरिका में मिला था

विशेषज्ञों की मानें तो यह दुनिया का दूसरा अनोखा मरीज  है । इसका पहला मरीज अमेरिका के ऑरिगोन नामक राज्य में 2018 में सामने आया था जब वहां एक 12 वर्षीय बच्चे के शरीर में यह मांस खाने वाले कीड़ा घुस गया था । उसके परिजनों ने इलाज कराया ,लेकिन कीड़े के शरीर मे घुस पूरे शरीर को खाकर नष्ट कर दिया जाने के कारण  बाद में उसकी मौत हो गई थी। 

इस का ऐसे पता चला

इस गंभीर बीमारी से पीड़ित चाहत की दिन ब दिन  हालत बिगड़ने लगी तब बच्ची को लेकर परिजन संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल रीवा पहुंचे। जहां पांच डॉक्टरों की टीम ने बच्ची की पूरी बॉडी को स्कैन किया।किन्तु  डॉक्टर देखकर हैरान रह गए कि बच्ची के सिर का ऊपरी हिस्सा खाली है और उसमें मावाद भरा हुआ है। डॉक्टरों ने किसी बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह देकर वापस लौटा दिया । इसके बाद परिजन भोपाल पहुंचे जहां पहले हमीदिया और फ़िर  कमला नेहरू अस्पताल में बच्ची की जांच कराई । पर वहां से पैसे के अभाव में वापस लौट आये हैं । क्योकि  माता पिता ने मजदूरी करके जो पैसा जुटाया था वो भी खर्च हो चुका है । उनके पास बेटी का इलाज कराने के लिए लाखों रुपए नहीं है और न ही सरकारी योजनाओं का कोई लाभ उन्हें मिल पा रहा है इसलिए खौफनाक बीमारी से पीड़ित बच्ची बिना इलाज कराए अब भोपाल से वापस अपने किराए के मकान सतना में लौट आई है । और अब यह उम्मीद लगाए बैठी है की शायद कोई उसकी मदद करे ताकि उसी इस बीमारी से निजात मिल सके ? अब इस बच्ची को आर्थिक सहयोग से ही बचाया जा सकता है। क्योकि  डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत बहुत अधिक गंभीर हो चुकी है , जिसका इलाज देश के चुनिंदा अस्पतालों में ही हो सकता है । डाक्टरो के अनुसार इसमें लगभग 10 लाख रुपए खर्च का अनुमान है । पर गरीबी के चलते बच्ची का इलाज मुंबई दिल्ली में करा पाने में परिवार असमर्थ हैं  । क्यो कि चाहत  के इलाज पर पहले ही पैसा खर्च हो चुका है।

 परिवार को आर्थिक मदद की जरूरत है। उनकी मदद के लिए चाहत की मां  तस्लीम बनो के खाते में सीधे पैसे भेजे जा सकते हैं।
तस्लीम बानो खाता नम्बर - 35659554825
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 
IFSC कोड- SBIN-0010467


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